Thursday, January 25, 2024

राजेन्द्र ने कांग्रेस को कोमा में पहुंचा दिया

रीवा। मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने संभागीय मुख्यालय रीवा में कांग्रेस को कोमा में पहुंचा दिया। सेमरिया विधान सभा मुश्किल से कांग्रेस जीत कर भी मरी हुई है। विधान सभा चुनाव हार चुके इंजीनियर राजेन्द्र शर्मा लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं,वो भी भक्ति के दौर में। जबकि असम में न्याय यात्रा को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर रीवा में धरना प्रदर्शन स्थल पर मुश्किल से दो दर्जन कांग्रेसी थे। विधान सभा चुनाव लड़ने वाले एक भी प्रत्याशी धरना स्थल पर नहीं पहुंचे। अभय का सियासी सूचकांक गिरा.. धरना स्थल पर केवल महापौर पहुंचे। उनके जाने के बाद धरना स्थल पर सन्नाटा पसर गया। जाहिर सी बात है कि रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ला के उप मुख्यमंत्री बनने के बाद कांग्रेसियों को सांप सूंघ गया है। कल तक अभय मिश्रा अपना सियासी सूचकांक बढ़ाने दावा कर रहे थे, कि राजेन्द्र शुक्ला के सारे काले चिट्ठे मैं मीडिया को दूंगा। लेकिन उन्हें गार्ड मिलने में देरी हुई तो उनकी धड़कन बढ़ गयी। उन्हें यह बात समझ में आ गयी, कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता। अभय का सियासी सूचकांक शेयर बाजार की तरह अब गिर गया है। यह बात सभी कांग्रेसी समझ गए। इसीलिए धरना स्थल पर कोई भी विधान सभा चुनाव लड़ा प्रत्याशी नहीं पहुंचा। तस्वीर देखकर समझ सकते हैं,कि आने वाले समय में कांग्रेस सत्ता पक्ष की खिलाफत करने या फिर राहुल गांधी के लिए सड़क पर उतरी तो क्या स्थिति रहेगी। कांग्रेस हार के कोमा में.. कांग्रेसी विधान सभा चुनाव में दावा कर रहे थे कि आठ सीट जीतेंगे। सेमरिया जीत कर भी कांग्रेस हार के कोमा में है। वैसे भी अभय मिश्रा को न जिला कांग्रेस के पदाधिकारी तवज्जो देते हैं और न ही वो जिला कांग्रेस को। हैरानी वाली बात है कि आज कलेक्ट्रेट के सामने कांग्रेसी कार्य कर्ता बड़े उत्साह से राहुल गांधी के खिलाफ असम में एफआईआर दर्ज होने के विरोध में पहुंचें। लेकिन शहर कांग्रेस अध्यक्ष से लेकर जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष तक धरना स्थल पर नहीं थे। जाहिर सी बात है, कि प्रदेश कांग्रेस के आदेश पर रीवा जिला कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता धरना स्थल पर पहुंच गए। लेकिन विरोध जैसा कुछ भी नहीं था। भक्ति युग का दौर है.. जिला कांग्रेस का कोई माई बाप नहीं। सेमरिया से लेकर पूरे आठों विधान सभा में कांग्रेस का नगाड़ा बजाने वाला कोई नहीं है। सेमरिया में सन्नाटा है। सेमरिया के स्वास्थ्य केन्द्र बीड़ा को एनक्यूएस सार्टिफिकेट मिला और उसका श्रेय के पी त्रिपाठी ले गए। रीवा में तेज गति से नए नए काम की शुरूआत हो गयी। कल तक इंजीनियर राजेन्द्र शर्मा व्यवस्थिति विकास की बात कर रहे थे। अब वो किसी भी विकास पर उंगली उठाने से बच रहे हैं। मगर दिग्विजय सिंह के पास फाइल बनाकर ले गए थे, यह बताने के लिए कि लोकसभा चुनाव कांग्रेस जीत सकती है।कांग्रेस को 26फीसदी वोट मिले है। बसपा को 19 फीसदी और भाजपा को 32 फीसदी। भाजपा को हरा सकते हैं। त्रिकोंणीय संघर्ष जिस विधान सभा में रहा वहां बीजेपी हार गयी। यानी बसपा का दमदार उम्मीदवार होने पर बीजेपी हार जाएगी। जनार्दन मिश्रा को टिकट मिलती है तो वो कमजोर प्रत्याशी साबित होंगे। जाहिर सी बात है, कि राजेन्द्र शर्मा लोकसभाा चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं,भक्ति युग के दौर में।

No comments:

Post a Comment